रविवार, 1 मई 2011

जगमग जागे ज्योत तुम्हारी, तेरी महिमा सबसे न्यारी










[तर्ज: हँसता हुआ नूरानी चेहरा ...]
जगमग जागे ज्योत तुम्हारी, तेरी महिमा सबसे न्यारी
करके मैया सिंह सवारी, तू आ भी जा, तू आ भी जा...

आज चल के आया मै... मैया बड़ी दूर से...
झोली तो भर दो माँ, आज अपने नूर से..
हे भवानी, हे भवानी सुन कहानी माँ सुन कहानी ,
करता हु मै तेरी इल्तजा
तू आ भी जा

आज भवन तेरा माँ, भगतो ने घेरा,
वचनों के बंधन जा बंधा दास तेरा,
हे माँ ज्वाला, हे माँ ज्वाला कर उजाला माँ कर उजाला..
हो गई क्या मुझसे खता
तू आ भी जा..

आशा मेरी कब तक रहेगी अधूरी,
बोलो भवानी क्या होगी ना पूरी,
बच्चे तेरे दर पे आये, आंसुओ के भेट लाये
हो गाई क्या मुझसे खफा..
तू आ भी जा...

बोलो जय माता दी
बोलो माँ जग्दिया ज्योत वाली की
बोल साचे दरबार की जय..
बोलो मेरी माँ राज रानी की जय..



Sanjay मेहता



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