मंगलवार, 3 मई 2011

हे शिव शंकर कैलाश पति











हे शिव शंकर कैलाश पति
मुझ दास की भी तो पुकार सुनो..
मै दर्श तेरा कैसा पाऊ
हे नाथ हुआ लाचार सुनो..

देदो इन नैनो को ज्योति..
मै दर्शन तेरा पा जाऊ..
नंगे पैरो से चलकर के
मै कावर तेरी ले आऊ..
मेरे भोले तुम्हे मनाऊ मै..
बेनती मेरी इक बार सुनो..
हे शिव शंकर कैलाश पति
मुझ दास की भी तो पुकार सुनो..

गंगा जल भर के कावर मे
मै तेरे द्वारे आऊंगा
हे करुना के सागर बाबा
बड़े प्यार से तुझे नेहलाऊंगा
मै गुण तेरा ही गाऊंगा..
हे जगतपति दातार सुनो
हे शिव शंकर कैलाश पति
मुझ दास की भी तो पुकार सुनो..

तुने सब की नैया पार है की
मुझ को पार करो स्वामी
तुने सब के कष्ट मिटाए है
मेरे भी दुःख हरो स्वामी
रहने दो मुझे भी चरणों मे
करना इतना उपकार सुनो
हे शिव शंकर कैलाश पति
मुझ दास की भी तो पुकार सुनो..

बोलो जय माता दी
हर हर महादेव
बोलो माँ भगवती की जय..
बोलो मेरी माँ राज रानी की जय..

Sanjay मेहता




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