रविवार, 29 मई 2011

जगमग जागे ज्योत तुम्हारी, तेरी महिमा सबसे न्यारी..









जगमग जागे ज्योत तुम्हारी, तेरी महिमा सबसे न्यारी..
करके मैया सिंह सवारी, तू आ भी जा, तू आ भी जा..

आज चल के आया मै. मैया बड़ी दूर से..
झोली तो भर दो माँ, आज अपने नूर से..
हे भवानी, हे भवानी सुन कहानी माँ सुन कहानी
करता हु मै तेरी इल्तजा..
तू आ भी जा..


आज भवन तेरा माँ, भगतो ने घेरा..
वचनों के बंधन जा बंधा दास तेरा,
हे माँ ज्वाला, हे माँ ज्वाला कर उजाला माँ कर उजाला..
हो गई क्या मुझसे खता...
तू आ भी जा..

आशा मेरी कब तक रहेगी अधूरी,
बोलो भवानी क्या होगी ना पूरी..
बच्चे तेरे दर पे आये, आंसुओ की भेंट लाये..
हो गई क्या मुझसे खता...
तू आ भी जा..



Sanjay Mehta, Ludhiana


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