गुरुवार, 12 मई 2011

|| पकडे गये कृष्ण भगवान ||






|| पकडे गये कृष्ण भगवान ||




जय श्री कृष्णा , जय जय श्री कृष्णा ..

पकडे गये कृष्ण भगवान, पकडे गये कृष्ण भगवान
राधा बन गयी जिलाधीश, ललिता पुलिस कप्तान पकडे गये..
एक सखी के घर में जाकर, माखन खाने लगे चुराकर..
जाग  पड़ी वो चतुर गुजरिया, कस के पकडे कान पकडे गये..
पकड लीया जब कृष्ण मुरारी, खुश हुई सब ब्रज की नारी
बीच सखिन मे खड़ा किया तब, भूल गये मुस्कान पकडे गये..
नन्द बाबा की पौड़ी जाकर, पेश किया मुजरिम को लाकर
कहे विशाखा इस मुजरिम ने , बहुत किया नुक्सान पकडे गये..
कहे संजय सुन मेरे बाबा, इस सखिया का झूठा दावा
उचो छींको हाथ ना आवो, ये बालक नादान पकडे गये..
तुरंत नन्द छीको मंग्वायो.. बीच अदालत मे टंगवायो
उचो छीको हाथ ना आयो, बरी हुए भगवान पकडे गये..
धन्य धन्य प्रभु तेरी माया, तुने ये सब खेल रचाया ...
पार तेरा है कोई नहीं पाया, हारे वेद पुराण..
पकडे गये....

जय श्री कृष्णा , जय जय श्री कृष्णा ..


Sanjay Mehta


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