शुक्रवार, 6 मई 2011

शिव स्तुति

















शिव स्तुति
धन्य धन्य भोलेनाथ बाँट दिए तीनो लोक पल भर में..
ऐसो दीन दयाल मेरे शम्भू  भरो खजाना पलभर मे..

प्रथम वेद तो ब्रह्मा को दे दिया बने वेद के अधिकारी..
विष्णु को दिया चक्र सुदर्शन लक्ष्मी सी सुंदर  नारी..

इन्दर को दिया कामधेनु और एरावत सा बलकारी
कुबेर को कर दिया आपने सारी सम्पति का अधिकारी.

अपने पास तो पात्र नहीं रखा, मग्न रहे बाघम्बर मे
ऐसो दीन दयाल मेरे शम्भू  भरो खजाना पलभर मे..

अमृत  तो देवताओं को दे दिया, आप हलाहल पान किया..
ब्रह्म ज्ञान दे दिया उसी को , जिसने शिव तेरा ध्यान किया..

भागीरथ को दे दी गंगा.. सब जग ने स्नान किया..
बड़े बड़े पापियो को तारा, पलभर मे कल्याण किया

आप नशे मे मस्त रहो.. पियो भंग नित खप्पर मे..
ऐसो दीन दयाल मेरे शम्बू भरो खजाना पलभर मे..

लंका तो रावण को दी, बीस भुजा दस शीश दिए..
रामचंदर को धनुष बाण, और हनुमत को जगदीश दिए..

वीणा तो नारद को दे दी.. हरि भजन को राग दिया..
ब्राह्मण को कर्मकांड और सन्यासी को त्याग दिया..

जिस पर तुमरी कृपा भई.. उसी को अनगन राग दिया..
जिसने ध्याया उसी ने पाया महादेव तेरे वर मे..

बोलो भोले बाबा की जय..
माँ उमा की जय..
मेरी माँ राज रानी की जय..

Sanjay Mehta

8 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

Om Namah Shivay 🙏

Unknown ने कहा…

मनमोहन को देदी मोहिनी मोरमुकुट बक्शीश दिये
मुक्त हुए काशी के वासी भक्ति मे जगदीश दिए

Unknown ने कहा…

सुंदर अति सुंदर मनमोहक मनभावन प्रस्तुति

Unknown ने कहा…

Jai Jai Shiv Shankar

Unknown ने कहा…

शिव आज भी गुरु है....

Unknown ने कहा…

Superhit song

Unknown ने कहा…

Jai shiv Shankar

Unknown ने कहा…

ॐ नमः शिवाय