सोमवार, 2 मई 2011

तुम्ही हो पिता - माता





तुम्ही हो पिता - माता
[ तर्ज : सों बार जन्म लेंगे.. ]

तेरे द्वार मै आऊंगा, तेरा दर्शन पाउँगा..
मेरी दुःख की कहानी माँ, रो रो के सुनाऊंगा...

माँ इस दुखियारे को, चरणों मै जगह देना
दुखो की हवा ना लगे, दामन मै छुपा लेना..
तेरी इस रहमत को माँ हरगिज ना भुलाऊंगा..
तेरे द्वार मै आऊंगा..

जब जब भी जन्म लू मै, तुमसे हो यही नाता
रहे हाथ तेरा सिर पे, तुम्ही हो पिता - माता
तेरी गोद मे जग जननी , जन्नत मै बसाऊंगा..
तेरे द्वार मै आऊंगा..

दुनिया के झमेले से, ऐसा मै घबराया
तुम तो ना भुला देना, दुनिया ने है ठुकराया
कब तक बिना दर्शन के, जीवन मै बिताऊंगा..
तेरे द्वार मै आऊंगा..

माँ तेरे ही नगमो की, लहरों मै रहू बहता..
लिख लिख के तेरी महिमा, दुनिया से रहू कहता
शीतल तेरी ज्योति को, मन मे मै बसाऊंगा..
तेरे द्वार मै आऊंगा..

बोलो माँ वैष्णोदेवी की जय
माँ राज रानी की जय..
प्यारी माँ की जय
हर हर महादेव..
जय माता दी जी


Sanjay मेहता

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