गुरुवार, 14 अप्रैल 2011

मेरी मैया रखी मेनू चरना दे कोल


मेरी मैया रखी मेनू चरना दे कोल मेरी दाती तेरे जया कोई ना होर सब था ठोकर खा मै आया किसे नहीं दाती मेनू अपनाया मिली ना किधरे वी ठोर मेरी मैया रखी मेनू चरना दे कोल... सब दे दिला दी माँ तू जाने आये तेरे दर आशा पुजाने बनी क्यों मात कठोर.. मेरी मैया... जगत दी वाली तू माँ अम्बे सब ते कृपा कर जगदम्बे ओंगन ना सादे टटोल- मेरी मैया... मन मंदिर माँ ज्योत है तेरी स्वास स्वास जपे जगदम्बे मेरी मझदार विच ना छोड़- मेरी मैया.... मोह ममता दल दल विच फासया करम कोई मै कर ना सकय पई माँ अज तेरी लोड... मेरी मैया... चमन नादान मैया दर तेरे आया सब कुछ छड मोह तेरे नाल पाया खाली ना दर तो मोड़.. मेरी मैया ... संजय मेहता

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

jai mata di🌺🌺🌺🙏🙏🙏🙏
pranam maa👏👏💐💐