शुक्रवार, 22 अप्रैल 2011

करले प्रभु से प्यार फिर पछतायेगा...

करले प्रभु से प्यार फिर पछतायेगा... झूठा है संसार धोखा खायेगा माया के जितने धंदे है, झूठे है उसके बन्दे तन उज्ज्ले मन है गंदे, आँखों के बिलकुल अंधे.. नजर क्या आएगा, झूठा है संसार, धोखा खायेगा... कर ले प्रभु से प्यार... मतलब की रिश्तेदारी, सूत, माता, पिता और नारी क्यों गई मती तेरी मार, जब चलेगी तेरी सवारी, साथ क्या जायेगा, जूठा है संसार धोखा खायेगा... कर ले प्रभु से प्यार.... मन प्रभु - चरणों मै लगा ले, तू जीवन सफल बना ले.. ले मान गुरु का कहना, दिन चार यहाँ पर रहना कोन सम्जयेगा, झूठा है संसार धोखा खायेगा.. करले प्रभु से प्यार फिर पछतायेगा... झूठा है संसार धोखा खायेगा... जय माता दी जी संजय मेहता Sanjay Mehta

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