सोमवार, 11 अप्रैल 2011

जय महागौरी जगत की माया


जय महागौरी जगत की माया जय उमा भवानी जय महामाया हरिद्वार कनखल के पासा महागौरी तेरा वहा निवास चंदेर्काली और ममता अम्बे जय शक्ति जय जय माँ जगदम्बे भीमा देवी विमला माता कोशकी देवी जग विखियाता हिमाचल के घर गोरी रूप तेरा महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा सती 'सत' हवं कुंड मै था जलाया उसी धुएं ने रूप काली बनाया बना धर्म सिंह जो सवारी मै आया तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया तभी माँ ने महागौरी नाम पाया शरण आने वाले का संकट मिटाया शनिवार को तेरी पूजा जो करता माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता 'चमन' बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो संजय मेहता Sanjay मेहता

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