रविवार, 24 अप्रैल 2011

|| बाला हम दरबार तेरे आ गए ||








|| बाला हम दरबार तेरे आ गए ||

बाला हम दरबार तेरे आ गए
इस तेरी दुनिया से हम घबरा गए
कब से बेठे है तेरे दरबार मे
मर रहे है हम तेरे ही प्यार मे
देख क्र लीला तेरी चकरा गए..
बाला हम दरबार तेरे...

आंसुओ की है झड़ी अब तो लगी
प्यास दर्शन की मेरे मन मे जगी
तर गए जो दर्श तेरा पा गए
इस तेरी दुनिया से हम घबरा गए..
बाला हम दरबार तेरे....

कष्ट दुखियो के मिटाते आप है
हम बुलाये क्यों ना आते आप है
कर्म मेरा देखकर ठुकरा गए
इस तेरी दुनिया से हम घबरा गए..
बाला हम दरबार तेरे....

अंजनी के लाल अब आ जाइये
अपने प्यारे भगतो को अपनाइए
फूल शारदा के सभी मुरझा गए
इस तेरी दुनिया से हम घबरा गए..
बाला हम दरबार तेरे..

मेहंदीपुर तेरा निराला धाम है
सालासर मे गूंजता तेरा ताम है
कहे (संजय) चिरंजी प्यार तेरा पा गए..
इस तेरी दुनिया से हम घबरा गए..
बाला हम दरबार तेरे...

जय माता दी जी..
बोलो माँ वैष्णोदेवी की जय...
बोलो माँ दुर्गा की...
बोलो माँ राजरानी की जय...
हर हर महादेव...


Sanjay Mehta

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