शनिवार, 23 अप्रैल 2011

|| माता चिन्तपुरनी की भेट : संजय मेहता ||






|| माता चिन्तपुरनी की भेट : संजय मेहता ||

चिन्तपुरनी , चिंता दूर करनी, जन को तारो भोली माँ...
काली दा पुत्र पवन दा घोडा,
सिंह पर भई असवार, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

एक हाथ खड्ग दूजे मे खानदा,
तीजे त्रिशूल स्म्बालो, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

चोथी हाथ चक्र गदा पांचवे,
छठे मुंडो दी माल, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

सातवे मे रुंद-मुंड विदारे,
आठवे से असुर संहारे, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

चम्पे का बाग़ लगा अति सुंदर,
बेठी दीवान लगाये, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

हरिहर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बेठी तान, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

ओखी घाटी विकट पेंडा,
तले बहे दरिया, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

(संजय मेहता), सुमार चरण, ध्यानु जस गावे
भगतो दी पैज निभाओ , भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...

जय माता दी जी
हर हर महादेव
जय माँ चिन्तपुरनी...
मेरी माँ राज रानी की जय

Sanjay Mehta

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