बुधवार, 27 अप्रैल 2011

|| महावीर तुम्हारे द्वारे पर





|| महावीर तुम्हारे द्वारे पर ||

महावीर तुम्हारे द्वार पर एक दास भिखारी आया है
प्रभु दर्शन भिक्षा पाने को, दो नयन कटोरा लाया है
महावीर तुम्हारे द्वार पर...

नहीं दुनिया मे कोई मेरा है.. आफत ने मुझको घेरा है...
जग ने मुझको ठुकराया है... बस एक सहारा तेरा है..
मेरी बीच भवर मे नैया है.. एक तू ही पार लगैया है..
लाखो को ज्ञान सिखाया है.. भव सिन्धु से पार उतरा है..
महावीर तुम्हारे द्वार पर..

धन दोलत की कोई चाह नहीं.. घर बार छूटे परवाह नहीं...
मेरी इच्छा है , तेरे दर्शन को... संकट से मन घबराया है..
महावीर तुम्हारे द्वार पर ...

आपस मे भी कुछ प्रेम नहीं प्रभु तुम बिन हमको चैन नहीं..
अब जल्दी आकर सुध ले लो... संकट से मन घबराया है...
महावीर तुम्हारे द्वार पर...



बोलो हनुमान जी की जय
बोलो बाला जी की जय

बोलो मेरी माँ राज रानी की जय..
जय माता दी जी..
Sanjay Mehta

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