रविवार, 26 जून 2011

मिलता है सच्चा सुख केवल, भगवन तुम्हारे चरणों मे.:Sanjay Mehta, Ludhiana











मिलता है सच्चा सुख केवल, भगवन तुम्हारे चरणों मे..
यह विनती है पल पल छिन छिन, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..

जिव्हा पर तेरा नाम रहे, तेरी याद सुबह और शाम रहे..
बस काम यह आठो याम रहे, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है

चाहे संकट ने मुझे घेरा है, चाहे चारो और अँधेरा हो..
पर चित्त न डगमग मेरा हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है..

चाहे अग्नि मे भी जलना हो, चाहे कांटो पर ही चलना हो..
चाहे छोड़ के देश निकलना हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है...

चाहे ग्रेह्स्थ का फर्ज निभाना हो, चाहे घर - घर अलख जगाना हो..
चाहे दुश्मन सारा जमाना हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है...

चाहे बीच भवर मे नैया हो, चाहे कोई ना उसका खिवैया हो..
भवसागर पार उतरने को, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है..

चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझ पर भार बने..
चाहे मौत गले का हार बने, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे..
मिलता है ..

Sanjay Mehta
Jai Mata Di G





कोई टिप्पणी नहीं: