सोमवार, 6 जून 2011

सोमवार की आरती : Sanjay Mehta, Ludhiana.












सोमवार की आरती

आरती करत जनक कर जोरे..
बड़े भाग्य रामजी आये मोरे.. टेक..
जीत स्वम्बर धनुष चड़ाए
सब भूपं के गर्व मिटाए..
तोरि पिनक किये दुई खंडा..
रघुकुल हर्ष रावण भय शंका..
आई हे सीता संग सहेली..
हरषि विरखी वर माला फेरी..
गज मोतियाँ के चौक पराये..
कनक कलश भरि मंगल पाए.
कंचन थर कपूर की बाती..
सुर नर मुनि जन जाये बराती..
फिरत भावरे बाजा बाजे..
सिया सहित रघुबर विराजे..
धनि-धनि राम लखन दोउ भाई.
धनि दशरथ कोशल्या माई..
राजा दशरथ जनक विदेही..
भरत शत्रुहन परम स्नेही..
मिथिलापुर मे बजत बधाई.
दास संजय मेहता आरती गाई..





Sanjay Mehta
Jai Mata Di G




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