शनिवार, 25 जून 2011

कामाख्या मेरी मैया: Sanjay Mehta, Ludhiana








कामाख्या मेरी मैया, कामाख्या मेरी मैया
अटकी भगतो की नैया, कामाख्या मेरी मैया

देश तेरा परदेस तेरा, सारे जग की मैया भवानी है..
हिमाचल की प्यारी, जाने दुनिया सारी,
शिवशंकर की तू पटरानी है..
तू ही पर्वतवाली है.. तू ही कलकत्तेवाली है ..
कामाख्या मेरी मैया

अम्बे तू ही जगदम्बे तू ही, मैया तू ही तो शेरावाली है..
हाथ माला लिए, सवारी सिंह की किए..
दुष्टों को पल मे मारने वाली है..
तू ही है पर्वतवाली , तू ही है जम्मूवाली
कामाख्या मेरी मैया

ब्रह्मपुत्र तेरे चरणों मे बहे, सारे देव तेरा गुणगान करे..
हाथ सर पर रखे, तेरा ध्यान धरे..
मैया भगतो की झोली तू पल मे भरे..
जय मैया रातोवाली, जय माँ गौहाटीवाली
कामाख्या मेरी मैया



Sanjay Mehta
Jai Mata Di G






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