रविवार, 13 नवंबर 2011

स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका: Swrg Se Aalishan Hai Maa: Sanjay Mehta Ludhiana









स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका
करता है खुशनसीब ही दीदार आपका
स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका


माँ दुष्टों ने जब किये थे धरती पे अत्याचार
सब देवता ऋषि मुनि करने लगे पुकार
भक्ति से शक्ति हो गया अवतार आपका
स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका

माँ तेरी रजा बगैर तो एक फुल ना खिले
हो ना इशारा जब तलक पत्ता भी ना हिले
हर शै पे चलता राज है सरकार आपका
स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका


माँ कोई राजा है ना रंक तेरी निगाह मे
चलके जो दाती आ गया तेरी पनाह मे
मिलता है उस बशर को बस प्यार आपका
स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका

भूले जो हो गई भूल से माँ उनको मुआफ कर
खाता मेरे गुनाह का माँ तू दिल से साफ़ कर
संजय पे होगा मेहरबां उपकार आपका
स्वर्गो से आलिशानी है माँ दरबार आपका

जय माता दी जी
जय जय माँ
बोलो जय जय माँ





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