सोमवार, 14 नवंबर 2011

नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात: Naam Khumari Maa Chadi Rahe Din Rat: Sanjay Mehta Ludhiana










नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात
सांझ सवेरे शिखर दोपहरी या होवे प्रभात
नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात

तू ही सब कुछ करने वाली सब है तेरी माया
मे अज्ञानी एसा हु जो इस जग मे भरमाया
मेरे फंद छुड़ा के दाती - दे दो नाम की दात
नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात


ऐसी कर दे मेरी वृति नाम ना भूलू तेरा
हर पल हर जाँ हर एक हाल मे नाम ध्याऊ तेरा
सोते भी हो जागते भी हो - नाम तेरे की बात
नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात

मेरा कर्म ना एसा कोई - गुण तेरे गा पाऊ
मैहर करो मुझ पर ऐ दाती - तेरा जी नाम ध्याऊ
भूल के मेरी भूलो को - रहमत की कर बरसात
नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात

सब कुछ दिया है तुने मुझको रखी कमी कोई ना
काम करू मै जग के सारे भूलू तुझे कभी ना
संजय मेहता की झोली डाल दे - नाम की माँ सौगात
नाम खुमारी माँ चढ़ी रहे दिन रात











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