शनिवार, 19 नवंबर 2011

मेरे हनुमान आये है : Mere Hanumaan Aaye Hai By Sanjay Mehta Ludhiana










लताओं पुष्प बरसाओ मेरे भगवान आये है
मेरे हनुमान आये है -२
ऐ कोयल मीठे स्वर गाओ मेरे भगवान आये है
मेरे हनुमान आये है

लगी थी आशा सदियो से हुए है आज वो दर्शन
निभाने आज वायदे को पधारे खुद पतित पावन
मेरे कष्ट हरने को वो नंगे पाँव आये है

मेरे हनुमान आये है


करू कैसे तेरी पूजा ना मन फुला समाता है
कहा जाऊ मै क्या करू समझ कुछ भी ना आता है
मुझे अपने ही रंग मै रंगकर बढ़ाने मान आये है
मेरे हनुमान आये है


न चाहिए धन दौलत मुझको तेरी भगति मै चाहता हु
मेरे सिर पर हो तेरा यही वरदान चाहता हु
अधम मुझ नीच पापी को करन उद्धार आये है
मेरे भगवान आये है
मेरे हनुमान आये है








कोई टिप्पणी नहीं: