श्री गणेश स्तवन
जो विघ्न-हरन करनेवाले, प्रकृति से परे परमतत्वरूप , शिव के पुत्र तथा हाथ में मोदक(लड्डू) लिए रहनेवाले है; जो भक्तजनों के भय का नाश करनेवाले एवं सबके ईश्वर है; जिनका कोई दूसरा ईश्वर नहीं है, उन श्री गणनाथ को मै नित्य प्रणाम करता हु।
जय श्री गनेश
जय माता दी जी
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Sanjay Mehta
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