शनिवार, 19 जनवरी 2013

अच्छा काम ही यज्ञ है Sanjay Mehta Ludhiana












आप कोई भी अच्छा काम करते है तो वह यज्ञ है। अग्नि में आहुति देने से ही यज्ञ होता है, ऐसा नहीं है। परमात्मा प्रसन्न हो सके, ऐसा कोई भी कार्य करिए तो वह यज्ञ ही है। प्रभु प्रसन्न हुए कि नहीं ऐसा जानने की युक्ति है। जो काम करते है, उसके पूर्ण होने पर आपको आनंद की अनुभूति होती है। आपका मन प्रसन्न रहता है, शांत रहता है तो मानिए की परमात्मा प्रसन्न है और जो काम करने पर मन चंचल हो, अशांत हो, खिन्न हो, भीतर से उद्वेग हो तो मानिए की प्रभु नाराज है।
जय माता दी जी
जय माँ दुर्गे
जय माँ राज रानी

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♥♥ (¯*•๑۩۞۩:♥♥ ......Jai Mata Di G .... ♥♥ :۩۞۩๑•*¯)♥♥
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Sanjay Mehta








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