गुरुवार, 20 जनवरी 2011

कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है

कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है कोई बताये .... कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है कोई बताये .... शिखर शिखर से पुछू रही हु शंकर मेरा कहा है. गोरिवर गंगाधर हर हर शंकर मेरा कहा है, कोई बताये... लहर लहर लहराती गंगे तू क्यों गाती गाने शिवजी हमसे रूठ गए है क्या यह बात ना जानी रो रो नैन गवाए कोई बताये... कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है कोई बताये .... ऑ नील गगन की चंदेर्कला -२ तू रहती उन क पास भला मेरा कहा गया प्रीतम बतला मेरी बिगरी कोन बनाये कोई बताये कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है कोई बताये .... होले होले चल फनिधर होले होले चल -२ मै भी तेरे संग चलू तू होले होले चल तू लिपटेगा गले स्वामी के मै चरणों मै रहलू मेरा धन्य जीवन हो जाये कंकर कंकर से मै पुछू शंकर मेरा कहा है कोई बताये ....

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

jai mata di sir ji.. kafi achha bhajan hai....