शनिवार, 8 अक्तूबर 2011

Maa Bhadarkaali Mandir Kurukshetr By Sanjay Mehta Ludhiana










Maa bhadrakali devi,online Pooja /Archana,Havan Yagya Anushtaanam Abishekam at various temples of the holy land of Kurukshetra

















कथा अनुसार ५१ विभिन्न स्थानों पर माता सती के अंग-प्रत्यंग गिरे.. इन्ही मे से कुरुक्षेत्र स्थित भद्रकाली मंदिर की गणना है . यहाँ माँ सती का दया टखना गिरा था. चेत्र व् असौज मे माता के मेले भरते है.. यहाँ पर देवीकूप और देवीमाता - तालाब है.. कहते है महाभारत का युद्ध प्रारम्भ होने से पहले भगवन कृष्ण ने इस देवी-कूप पर सोने का घोडा चडाने की मन्नत मानी थी.. इसी कथा के अनुसार आज तक देवीकूप पर लोग मन्नत मानते है तथा पूरी होने पर प्रतीक रूप मे लकड़ी के घोड़े चड़ाए जाते है

जय माता दी जी..





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