मंगलवार, 13 सितंबर 2011

आखरी सांस है तुझ को पुकारू... माँ : Aakhri Saans Hai: Sanjay Mehta Ludhiana




आखरी सांस है तुझ को पुकारू... माँ
दर्शन दे दे हे जगजननी -२
निशदिन तेरा रस्ता निहारु
आखरी सांस है तुझ को पुकारू...

हो गई नहीं क्या आशा यह पूरी..
रह जाएगी क्या इच्छा अधूरी..
हो गई नहीं क्या आशा यह पूरी..
रह जाएगी क्या इच्छा अधूरी..
दर्द मे कितना .. दिल मे उतारू...
निशदिन तेरा रस्ता निहारु
आखरी सांस है तुझ को पुकारू... माँ
आखरी सांस है तुझ को पुकारू...


तुझे से भरोसा उठ नहीं जाए..
साँसों का दामन छुट नहीं जाए..
तुझे से भरोसा उठ नहीं जाए..
साँसों का दामन छुट नहीं जाए..
शक्ति दो मुझ को.. माँ मै ना हारू
निशदिन तेरा रस्ता निहारु..
आखरी सांस है तुझ को पुकारू... माँ
आखरी सांस है तुझ को पुकारू...
दर्शन दे दे हे जगजननी -२
निशदिन तेरा रस्ता निहारु
आखरी सांस है तुझ को पुकारू...

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