भगवान विष्णु के सों जाने पर मधु और कैटभ को मारने के लिए कमलजन्मा ब्रह्माजी ने जिनका स्तवन किया था, उन महाकाली देवी का मै स्तवन करता हु, वे अपने दास हाथो में खड्ग, चक्र, गदा, बाण, धनुष, परिघ, शूल , भुशुण्डी, मस्तक और शंख धारण करती है, उनके तीन नेत्र है, वे समस्त अंगो में दिव्या आभुष्नो से विभूषित है, उनके शरीर की कान्ति नीलमणि के समान है तथा वे दस मुख और दस पैरो से युक्त है
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Sanjay Mehta
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