गुरुवार, 29 मार्च 2012

माँ , Meri Maa Raj Rani Mehta. Sanjay Mehta Ludhiana







माँ

यह सोच आज आँखों में दो आंसू आये
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

कांटो को जिसने हमसे हरदम दूर हटाया
हाथ पकड़ कर जिसने हमें चलना सिखाया
सुनकर बाते अच्छी , जिसने हमें रोज सुलाया
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

जाग जाग रातो में, जिसने हमें पाठ पढ़ाया
दुनिया के सामने, एक अच्चा इंसान बनाया
हमारी ख़ुशी के लिए, चुने जिसने दुःख के साए
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

हो जाते कभी हम जो बीमारी से परेशान
छोड़ काम सारे हम पर ही देती पूरा ध्यान
सेवा में हमारी जिसने दिन रात एक बनाया
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

देख ख़ुशी हमारी, जो सबसे ज्यादा खुश होती
दुःख से हमारे सबसे पहले सबसे ज्यादा रोती
ऐसे कोमल भाव हमने किसी में ना पाए
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

जिस पर माँ की ममता का निर्मल साया
उससे धनवान कभी हमने जग में नहीं पाया
जिसके लिए हरि भी झोली ले द्वार पर आये
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

जब कभी भगवान का ध्यान हमने लगाया
स्वर्ग - सुख माँ हमने , तेरे चरणों में पाया
आज नहीं बीच हमारी, ये सोच मन घबराये
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये

माँ की दया की नहीं कर सकते कोई गिनती
इसलिए प्रभु आपके चरणों में करता हु विनती
माँ की ममता के आँचल से ना करो किसी भी पराये
कोई बताये ऐसी अच्छी माँ हम कहा से लाये


जय माँ वैष्णो रानी
जय माँ राज रानी
जय माता दी जी
जय जय माँ














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