हार गया हनुमान, अब मै हार गया
मेरी नैया है मझधार, अब मै हार गया
संकट हारी शिव अवतारी, पिता पवन अंजनी महतारी
अंजनी माँ के लाल, अब मै हार गया
संकट ने मुझे घेर लिया है, पापो ने मुझे लीन लिया है
कर मेरा अद्धार, अब मै हार गया
ठोकर खाई है मैंने जग की, आती धीर नहीं मेरे मन की
धीरज दो हनुमान, अब मै हार गया
व्याकुल है मेरा मन भारी, धीर बंधाओ संकटहारी
सुन लो मेरी पुकार, अब मै हार गया
आशा सबकी पूरण कर दो , अभय दान दे निर्भय कर दो
ओ पवन पुत्र हनुमान , अब मै हार गया
संकट सबके काटो बाबा, दया करो दीनो के दाता
संजय मेहता ( https://www.facebook.com/sanjaymehtaa )करे पुकार, अब मै हार गया
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