गुरुवार, 29 नवंबर 2012

शाकुम्भरी देवी का स्वरूप कैसा है? By Sanjay Mehta Ludhiana









शाकुम्भरी देवी का स्वरूप कैसा है?


शाकुम्भरी देवी के स्वरूप का विस्त्रत वर्णन श्री दुर्गा सप्तशती के अंत में "मूर्ति-रहस्य" के अंतर्गत मिलता है - उसके अनुसार - श्री शाकुम्भरी देवी के शरीर का रंग नीला है।। उसकी आँखे नील - कमल के समान है।। वे कमल पर बैठती है उनकी एक मुट्ठी में कमल का एक फूल रहता है जो कि भंवरो से घिरा रहता है। दूसरी मुट्ठी बाणों से भरी रहती है। फुल, पल्लव, कंदमूल आदि अनेको फलों से युक्त, इच्छित अनेक रसों से परिपूर्ण एवं भूख-प्यास -मृत्यु-बुढ़ापा को दूर करने वाले अनेकानेक शाक-समूह से उनकी मुट्ठियाँ परिपूर्ण है (अर्थात यह सभी उनके हाथ में है ) वे परमेश्वरी अत्यंत तेजस्वी धनुष को धारण करती है। वे ही देवी शाकुम्भरी है। शताक्षी है, और दुर्गा नाम से भी वे ही कही जाती है। वे ही महान आपित्तियो और महाशोक को दूर करने वाली एवं दुष्टों का दमन करने वाली है। श्री शाकुम्भरी देवी की स्तुति, ध्यान, पूजा और नमस्कार करने वाला मनुष्य शीघ्र ही अन्न, जल और अमृतरूपी अक्षय फल भोगता है।।
अब कहिये जय माता दी
फिर से कहिये जय माता दी

www.facebook.com/groups/jaimatadig
www.facebook.com/jaimatadigldh
www.jaimatadig.blogspot.in
ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬●ஜ
♥♥ (¯*•๑۩۞۩:♥♥ ......Jai Mata Di G .... ♥♥ :۩۞۩๑•*¯)♥♥
ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬●ஜ
Sanjay Mehta








कोई टिप्पणी नहीं: