बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

चलो चलो रे आज देवी दर्शन को: Chalo chalo re aaj devi darshan ko : Sanjay Mehta Ludhiana







चलो चलो रे आज देवी दर्शन को
देवी दर्शन को , देवी पूजन को
देवी दर्शन को


सब से पहले तुलसी पूजो
हर आंगन में जिन की छाव मे है
और माई शीतला को , जिन का मंदिर हर गाँव में है

चलो चलो रे आज देवी दर्शन को



जय माता दी
प्रेम से बोलो
अरे सब मिल बोलो
बोलो वैष्णव माता की जय
मैया सच्चिया ज्योत वाली
के पापी दे बेड़े तारदी
मेरी मैया पहाडा वाली

के पापिया दे बेड़े तारदी
कर के जय माता दी तुरीय जावी
देखी पेंडे तो ना घबरावी
वैष्णो मैया है शेरावाली
के पापिया दे बेड़े तारदी


भैरव बली ने अत्याचार, किये जग मे बार बार
माता वैष्णो ने कर दिया उस का संहार
जाने सारा संसार
जेह्डा वी मैया दे द्वारे आन्दा-2
जेह्डा वी मैया दी भेंटा गान्दा-2
मुह मांगिय मुरदा पान्दा
उचे उचे मंदरा वाली
के पापिया दे बेड़े तारदी
मेरी मैया पहाडा वाली
के पापिया दे बेड़े तारदी


बोलो चिन्तपुरनी माता की जय
यह चिन्तपुरनी माता है
जो सब की चिंता हरती है
दर्शन को जो आये उसकी
हर इच्छा पूर्ण करती है


जय जय माता ज्वाला जी की
सज्जन के लिए शीतल है जो
दुर्जन के लिए है चिंगारी
जय हो मैया ज्वाला जी की
महिमा इन की सब से न्यारी
नंगे नंगे पैरी तेरे अकबर आया -२
सोने का छत्र चडाया
ज्योति तेरी जगदी रहे
जगदी रहे जगदम्बे ज्योति तेरी जगदी रहे



यह माता हमारी है कांगडे वाली
इन का दर्शा जैसे अमृत की प्याली
यह माता हमारी है कांगडे वाली
यह सारी दुनिया इन के गुण गाये
माई की पावन चरणों मे आये ,झुक जाये
धन्य है वोह जिस ने माँ से लगन लगाई
यह माता हमारी है कांगडे वाली
जय नगरकोट वाली की जय


हरी भरी ब्रज भूमि सींचती
सदा जिसे यमुना मैया
यही कृष्ण भगवान ने पूजी
मैया कामधेनु गईया
गईया देश की है मैया
भैया पूज लो इसे
गईया देश की है मैया
भैया पूज लो इसे
यह है वैतरणी की नैया
भैया पूज लो इसे
गईया देश की है मैया
भैया पूज लो इसे
जय जय कामधेनु गईया
जय जय कामधेनु मैया


विंध्यवासिनी की जय
अरे रामा काशी प्रयाग के बीच
बसी है विन्द्यावासिनी माई
अरे रामा इन के दर्श को गगन से
गंगा धरती पर आई
जो कोई इन के द्वार पर आवे
दर्शन तीन रूप मे पाए
भोर बालिका रूप दिखावे
दोपहर को युवती बन आवे
सांज को माता बन कर
ममता का भंडार लुटावे
अरे रामा महिमा इन्ही देवी की
जगत मे सब ने है गाई
अरे रामा काशी प्रयाग के बीच
बसी है विन्द्यावासिनी माई



देवी अष्टभुजा की जय
महारानी वरदायिनी के जय जय विन्ध्याचल रानी
महारानी वरदायिनी के जय जय विन्ध्याचल रानी
विन्ध्याचल पर्वत के उप्पर भवन बना है खासा -2
वही हमारी प्यारी मैया जग तारिणी का वासा
महारानी वरदायिनी के जय जय विन्ध्याचल रानी
महारानी वरदायिनी के जय जय विन्ध्याचल रानी


बोलो संतोषी माता की जय
मैया संतोषी का नाम
लेते ही बन जाते काम
पूजा इन की जहाँ होवे
वही इन का धाम
जग मे वही इन का धाम
चलो चलो रे आज देवी दर्शन को


यह हरिद्वार की चंडी माई
जग मे इन की बहुत बड़ाई
जय बोलो चंडी मैया की


जय जय मनसा मैया की
शिव पुत्री है मनसा माता
यह है रिधि सिद्दी की दाता
जय जय मनसा मैया की




हर हर गंगे हर हर गंगे
यह है पाप हारिणी गंगे
मैया सर्व कारिणी गंगे
कर के गंगा जल मे स्नान
पावन कर लो अपने तन-मन को
चलो चलो रे आज देवी दर्शन को


ॐ सरस्वती नमो: नमह
जो ज्ञान को निखारती
बुद्धि को संवारती
यही है देवी भारती
नमो महा सरस्वती
ब्रेह्मानी लक्ष्मी पार्वती
उतारो इन की आरती
यही है देवी भारती
नमो महा सरस्वती


ॐ अन्नपुर्णा नमो: नमह
पवित्र काशी वासिनी
दरिद्रता विनाशनी
जगत को यही पालती
सभी को है सम्भालती
इन के द्वार आये जो
भूखा रह ना पाए वो
महेश प्राणवल्भा
यही है अन्नपूर्णा



ॐ महा दुर्गा नमो: नमह
अपार शक्तिधारिणी
असुर विनाशकारिणी
के ताप ताप हारिणी
अमर सुहाग दायनी
ज्योत ज्योत प्रकाशिनी
अन्धकार नाशिनी
यह पाप की विनाशिनी
यह दुर्गा आध भगवती



बोलो देवी विशालाक्षी की जय
जय जय जय मैया कामाक्षा
आज की नहीं है यह तो बात है पुरानी
बड़ी पावन है , बड़ी पावन है यह कहानी
आज की नहीं है यह तो बात है पुरानी
बड़ी पावन है , बड़ी पावन है यह कहानी
भस्म हो गई यज्ञ कुंड मे एक दिन सती कुमारी
उन का शव कंधे पर रख , भटके शिव त्रिपुरारी
हरने को हर की माया , हरी ने तब चक्र चलाया
कट कट कर गिरनी लगी सती की काया सुहानी
बड़ी पावन है , बड़ी पावन है यह कहानी
जहाँ जहाँ पे गिरा जगत में , सुंदर अंग सती का
वहा वहां बन गया पवित्र तीर्थ देवी का
तीर्थ एक उन मे भाई , यह यह कामाक्षा माई
आये यहाँ पे जो उस पे प्रसन हो भवानी
बड़ी पावन है , बड़ी पावन है यह कहानी


माँ, माँ जय जय जय जय महाकाली
जय जय माँ कलकत्ते वाली
हो मुंडो की जो माला पहने
यही तो है उन के गहने
खड्ग त्रिशूल हाथ मे विराजे
इन की छवि है निराली
जय जय जय जय महाकाली
जय जय माँ कलकत्ते वाली
बोलो काली माता की जय


दुखियन के दुःख हरे , मैया छिन्मस्तिका
जीवन मे सुख भरे , मैया छिन्मस्तिका

यह है वैधनाथ का धाम
यहाँ का पावन है इतिहास
यही के एक मंदिर मे गोरा
पार्वती का वास
यह है वैधनाथ का धाम
यहाँ का पावन है इतिहास


यह है पटने की पटन मैया सब से निराली
यही पे विराजे लक्ष्मी जी और यही पे सरर्वती
यही पे विराज रही विकराली खप्परवाली काली
यह है पटने की पटन मैया सब से निराली


जय बोलो मंगला गौरी की
जय बोलो मंगला गौरी की
जय बोलो मंगला गौरी की
जगन्नाथ की रथ यात्रा
होती है यहाँ
पूरी विश्वकर्मा की नगरिया
बसी है यहाँ
यही मंगला गौरी सदा
निवास करे
मैया अपने भक्तो का संताप हरे
जय बोलो मंगला गौरी की

अष्ट सिद्दी नव निधि की दात्री
यह गिरिजा देवी माता
यह गिरिजा देवी माता
बोलो माता गिरिजा देवी की जय


जय कनक दुर्गा भवानी
जय कनक दुर्गा भवानी
रात - दिन कंचन लुटाती
निर्धनों मे धन लुटाती
आवे जो इन की शरण
उस की हरे विपदा
जय कनक दुर्गा भवानी


आओ रे मीनाक्षी देवी मैया
मधुर मधुर घुन गाओ रे
देवी कन्याकुमारी , यह हमारी माता
देवी कन्याकुमारी , यह हमारी माता
यह है तीन लोक से न्यारी ,पालनहारी
प्यारी माता
देवी कन्याकुमारी , यह हमारी माता
पाए वर इन से कुमारिय
रहे सुहागन सभी नारिया
यह है गौरी का अवतार
जिन का शिव शंकर से नाता
देवी कन्याकुमारी , यह हमारी माता


सकल खल -दल गंजिनी है
यह देवी चामुंडा
जगत के दुःख भंजिनी है
वो हमारा सोचे जो
रात दिन इन को भजो
यह देवी चामुंडा
तीर्थ तीर्थ मंदिर मंदिर जो घुमे दिन रात
उन पे कभी ना चल सके , अन्यायी की भात


बोलो अम्बा मात की जय
पूजे पूजे जो अम्बा माई -2
देवी माता है अम्बे माई
यह है महाराष्ट्र की माई
जो भी मैया के चरणों मे जाता
उसकी रक्षा करे अम्बा माता
उन की भक्ति मे शक्ति समाई
यह है कुलदेवी सब की कहलाई
पूजे पूजे जो अम्बा माई -2


यह है शांता दुर्गा मैया
सारे संसार की शांता दुर्गा मैया
यह है शांता दुर्गा मैया
सारे संसार की शांता दुर्गा मैया
मझदार से पार करे अपने भक्तो की वो नैया
यह है शांता दुर्गा मैया
सारे संसार की शांता दुर्गा मैया



मैया तुलजा भवानी की जय जय बोलो
मैया तुलजा भवानी की जय जय बोलो
आओ सब मिल के बोलो जय जय बोलो
उन के चरणों मे आके पावन होलो
मैया तुलजा भवानी की जय जय बोलो
माता की सेवा कर के वीर शिवा जी
वो तो हमेशा जीते युद्ध की बाजी
जीवन के इस संग्राम में
इन को पूज के विजयी होलो
मैया तुलजा भवानी की जय जय बोलो
तुलजा भवानी के दर्शन को
राम चंदर जी आये
फुल के बदले नैन कमल
माँ के चरणों पे चड़ाए




जय जय माँ मुम्बा देवी
यह मुम्बा देवी सूर्यमुखी
मैया करती है सब को सुखी
यह मुम्बा देवी सूर्यमुखी
माँ सुख का देती वरदान उसे
जो आये द्वार दीन दुखी


जय बोलो महालक्ष्मी की
हम सब की पालनहार है यह
महालक्ष्मी माता
धन का अपार भण्डार है यह
महालक्ष्मी माता
जय बोलो महालक्ष्मी की


देवी सप्तसिंघी की जय
माँ के रूप है अनेक
सप्तसिंघी उन मे एक
ऐसी मैया दयालु
रखे भक्तो की टेक
रखे भक्तो की टेक
चलो चलो रे आज देवी दर्शन को


जय जय मैया हरसिध्ही की
यह अवंतिका की हर सिध्ही
है रिधि सीधी देने वाले
येही राजा विक्रमादत्य को
है प्रसिद्दी देने वाली

देवी भवानी है यह शाकुम्बरी
देवी भवानी है यह शाकुम्बरी
इन से ही जीवन की यह
बगिया हरी
इन से ही जीवन की यह
बगिया हरी
मैया शाकुम्बरी

जय बोलो कालका मैया की
देवी कालका मैहर वाली
इन की महिमा कही ना जाये
इन का सुमिरन पूजन कर के
अमरपध पाए
कृपा करे कालका माये
बोलो देवी कालका माई की जय

जय शारदा माई की जय


जय जय नर्मदा मैया
जय जय नर्मदा मैया
इन को शीश जो झुकाए
उस की पार हो नैया
जय जय नर्मदा मैया
यही कहलाती है देवा
करलो इन माता की सेवा
हो इन की आरती उतारो
इन को पूज लो भैया
देवी नर्मदा की जय

यह मारवाड़ की भूमि यहा
यहाँ हर घर मे गौरी की पूजा है
आया चैत का मॉस सुहावन
आया चैत का मॉस सुहावन
सखी करो गौर पूजो रे




पुष्कर तीर्थ है महान
गायत्री का जन्म स्थान
यह तो पत्नी ब्रह्मा जी की
सावित्री के समान
शीश दोनों को झुकाओ
जन्म सफल बनाओ
माँ के चरणों मे चडाओ
तन - मन - धन को
चलो चलो रे आज देवी दर्शन को








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