|| माता चिन्तपुरनी की भेट : संजय मेहता ||
चिन्तपुरनी , चिंता दूर करनी, जन को तारो भोली माँ...
काली दा पुत्र पवन दा घोडा,
सिंह पर भई असवार, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
एक हाथ खड्ग दूजे मे खानदा,
तीजे त्रिशूल स्म्बालो, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
चोथी हाथ चक्र गदा पांचवे,
छठे मुंडो दी माल, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
सातवे मे रुंद-मुंड विदारे,
आठवे से असुर संहारे, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
चम्पे का बाग़ लगा अति सुंदर,
बेठी दीवान लगाये, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
हरिहर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बेठी तान, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
ओखी घाटी विकट पेंडा,
तले बहे दरिया, भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
(संजय मेहता), सुमार चरण, ध्यानु जस गावे
भगतो दी पैज निभाओ , भोली माँ.. || चिन्तपुरनी...
जय माता दी जी
हर हर महादेव
जय माँ चिन्तपुरनी...
मेरी माँ राज रानी की जय
Sanjay Mehta
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