अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
अब चाहे तारो या मारो , यह तेरी मर्ज़ी जगतारणहारी
मै तो आया शरण तुम्हारी, सुन ले माँ फरियाद हमारी
दर से जाऊ ना कुछ भी हो, माँ हे गिरीराजकुमारी
अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
मन के मंदिर में मूरत सजाई, भोली सूरत तेरी मन को भाई
मेरी नस नस में तू ही समाई, जहा देखू पड़े तू दिखाई
मन के मंदिर में मूरत सजाई, भोली सूरत तेरी मन को भाई
तेरी लागी लगन, नाचू हो के मगन, कर भी दो एक नजर
मैया इस दीन पर, बीते सारी उम्र, तेरे ही द्वार पे
थोडा सा प्यार दे, मैया हे शारधे , जय हो
बस इक सांचा द्वार तेरा माँ झूठी है दुनिया सारी
अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
अब चाहे तारो या मारो , यह तेरी मर्ज़ी जगतारणहारी
मै तो आया शरण तुम्हारी, सुन ले माँ फरियाद हमारी
दर से जाऊ ना कुछ भी हो, माँ हे गिरीराजकुमारी
अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
तेरे हाथो में डोरी थमा दी, तेरे चरणों में अर्जी लगा दी
तुझ से क्या है छिपा जो छिपाऊ, बात मन की तुझे बता दी -2
बिनती सुनले मेरी, कर ना मैया देरी, कर माँ कुछ तो रहम
तुझ को मेरी कसम, जैसा भी हु मै माँ , तेरा ही हु मै माँ ,
हाथ जोड़े खड़ा तेरे दर पे पड़ा
तू सारे जग की दाती, माँ मै तेरे दर का दीन भिखारी -2
अब चाहे तारो या मारो , यह तेरी मर्ज़ी जगतारणहारी
अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
अब चाहे तारो या मारो , यह तेरी मर्ज़ी जगतारणहारी
मै तो आया शरण तुम्हारी, सुन ले माँ फरियाद हमारी
दर से जाऊ ना कुछ भी हो, माँ हे गिरीराजकुमारी
अब चाहे अपना ले या ठुकरा माँ मै तो आया शरण तुम्हारी
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Sanjay Mehta
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