तर्ज : हे मालिक तेरे बन्दे हम ...

हे बन्दे तुझे क्या है गम, बोल मुख से अगर बोल बम बम बम
पाप धुल जायेगा, भाग्य खुल जायेगा, दुनिया चूमेगी तेरे कदम
भोले बाबा का गर नाम ले, उनके चरणों को गर थाम ले
तू वही पायेगा, जो भी फरमाएगा, मांग दिल से ना रख कुछ वहम
हे बन्दे तुझे क्या है गम, बोल मुख से अगर बोल बम बम बम
जग में उनकी बड़ी शान है, देने वाले वही दान है
हे विधाता वही , जग के दाता वही, भरी दौलत जहाँ है अगम
हे बन्दे तुझे क्या है गम, बोल मुख से अगर बोल बम बम बम
कोई पाया नहीं पार है, पूजता जिनको संसार है ,
आओ धाम चले, भोले से मिले, बोलना प्रेम से बम बम बम
हे बन्दे तुझे क्या है गम, बोल मुख से अगर बोल बम बम बम

जिन के ह्रदय में 'गकार' वाले ये चार शब्द निवास करते है उसका कभी पुनर्जन्म नहीं होता
१. गीता
२. गंगा
३. गायत्री
४. गोबिंद
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