मंगलवार, 18 जनवरी 2011

ओ जंगल के राजा..

ओ जंगल के राजा...
मेरी माँ को ले के आजा -
मैंने आस की जोत है जगाई -२
मेरे नैनो मै माँ है समाई -२
मेरे सपने सच तू बना जा
मेरी माँ को ले के आजा -
ओ जंगल के राजा ...
पल पल माँ के संग विराजो, धन्य तुम्हारी भगति है
शक्ति का तुम बोझ उठाते, अजब तुम्हारी शक्ति है
तेरे सुंदर नयन कटीले, वो रंग के पीले पीले
मेरी माँ को मुझ से मिला जा
ओ जंगल के राजा...
पवन रूप ओ माँ के प्यारे, चाल पावन की ऑ जाओ
देवो के आँख के तारे, आओ करम कमा जाओ
आओ गहनों मै तुम्हे सजाऊ, पावो मै घुंघरू पहनाऊ
मै बजाऊ ढोल और बाजा
ओ जंगल के राजा...
आके स्मुन्ख भोली माँ के, दिल की बाते कर लू मै
प्यास बुझा लू जन्मो की और , खाली झोली भर लू मै
माँ के चरणों की धुल लगा लू, मै सोया नसीब जगा लू
मेरे दुःख - संताप मिटा जा
ओ जंगल के राजा...
मात कहेगी बेटा मुझको, मै माँ कहके बुलाऊंगा
ममता रूपी वरदानी से, वर मुक्ति का पाउँगा
सारी दुनिया से जो न्यारी, छवि सुंदर अतुल प्यारी
उस माँ का दर्श दिखा जा
ओ जंगल के राजा...
Sanjay Mehta

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