अम्बे तेरे चरणों की मै तो हु धुल ,
मुझ को ना भूल, द्वार तेरे आया हु
अरे मै तुझ को मानु, तुझे जगजननी जानू
कर ले काबुल , श्रधा के फूल, भेंट तेरी लाया हु
मै पुजारी, तेरा मैया निशदिन ज्योत जगाऊ
मै भिखारी , भाग स्वार्ण तेरे दर पे आऊ
मुझ से ना नाता तोडना , मेरी हाथ कभी ना छोड़ना
करो दुःख दूर , मै हु मझबूर , आस ले कर आया हु
अम्बे तेरे चरणों की मै तो हु धुल, मुझ को ना भूल, द्वार तेरे आया हु
अम्बे रानी , हे महारानी, सब की भाग्यविधाता
राजा हो या रंक ,सभी से मैया तेरा नाता
रहा तुझ को मै पुकारता माँ, तू दे दे प्यार माँ
करो बेडा पार , आया तेरे द्वार , मै ना पराया हु
अम्बे तेरे चरणों की मै तो हु धुल, मुझ को ना भूल, द्वार तेरे आया हु
अरे मै तुझ को मानु, तुझे जगजननी जानू
कर ले काबुल , श्रधा के फूल, भेंट तेरी लाया हु
|
1 टिप्पणी:
Is lekh ka video pradan karne ki kripa kare dhanyawad
एक टिप्पणी भेजें