करुणा निधान हो, माँ तुम महान हो..
हम पर भी दया की. नजर दयावान हो..
करुणा निधान हो..
लेकर पति को गोद मे, माँ हो गई सती...
दुल्हन सजा के लाया तुम्हे धन्य वो पति..
लाखो चिता लौ से, अधिक तेजवान हो..
करुणा निधान हो..
चुनडी है तेरी आसमा, तारो जड़ी हुई..
कर जोड़ तेरे द्वार पे, दुनिया खड़ी हुई..
पलके उठा के देखो, जरा मेहरबान हो..
करुणा निधान हो..
भगत कहे हे माता, हमे आसरा तेरा..
तेरे सिवा बता दे माँ, कौन है मेरा..
चरणों की धुल मे है माँ, संजय की अदा..
करुणा निधान हो..
जय रानी सती माँ की
जय दादी की...
Shri Rani Sati Dadi, Jhunjhunu, Rajasthan.
Sanjay Mehta
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